मिथिलांचल का उभरता हुआ सितारा "विकाश जय" — शास्त्रीय संगीत और मैथिली गीतों का नया सुपरस्टार
मिथिलांचल का उभरता हुआ सितारा विकाश जय शास्त्रीय संगीत और मैथिली गीतों की दुनिया में तेज़ी से लोकप्रिय हो रहे हैं। उनकी मधुर आवाज़ और अनोखी गायकी शैली ने उन्हें एक सुपरस्टार सिंगर बना दिया है। हाल ही में उनके मैथिली गीत सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। विकाश जय न केवल संगीत के क्षेत्र में उत्कृष्ट हैं, बल्कि मिथिला की संस्कृति को भी अपने गीतों के माध्यम से आगे बढ़ा रहे हैं। संगीत विशेषज्ञ मानते हैं कि उनका भविष्य उज्ज्वल है और वे जल्द ही राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिथिलांचल का नाम रोशन करेंगे।

दरभंगा, 24 अगस्त 2025 —
मिथिलांचल की सांस्कृतिक धरती से एक और चमकता हुआ सितारा उभर कर सामने आया है — "विकाश जय", जो आजकल शास्त्रीय संगीत और मैथिली लोकगीतों की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। उनकी मधुर आवाज़ और संगीत के प्रति समर्पण ने उन्हें कम समय में एक सुपरस्टार सिंगर के रूप में स्थापित कर दिया है।
बचपन से ही संगीत के प्रति झुकाव रखने वाले विकाश जय ने पारंपरिक भारतीय शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली और उसे मैथिली गीतों में समाहित कर एक अनोखी शैली विकसित की। उनकी गायकी में जहां एक ओर बनारस और पटियाला घराने की गूंज सुनाई देती है, वहीं दूसरी ओर मिथिलांचल की मिट्टी की खुशबू भी महसूस होती है।
हाल ही में उनके द्वारा गाया गया मैथिली गीत "तोहर नयनवा जादू करै छै" सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे लाखों लोगों ने देखा और सराहा है। साथ ही, उनके कई लाइव परफॉर्मेंस भी यूट्यूब और म्यूजिक प्लेटफॉर्म्स पर काफी लोकप्रिय हो रहे हैं।
विकाश जय न केवल युवा पीढ़ी को मैथिली और शास्त्रीय संगीत से जोड़ने का काम कर रहे हैं, बल्कि अपने गीतों के माध्यम से मिथिला की संस्कृति, परंपरा और संवेदना को भी आगे बढ़ा रहे हैं। उनके चाहने वालों का कहना है कि विकाश की आवाज़ में ऐसा जादू है जो सीधे दिल को छू जाता है।
स्थानीय संगीत विशेषज्ञों और आलोचकों का मानना है कि अगर इसी तरह उनका संगीत सफर चलता रहा, तो विकाश जय बहुत जल्द राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मिथिला का नाम रोशन करेंगे।
विकाश जय, सच में मिथिलांचल का उभरता हुआ सितारा हैं — जिनकी रचनात्मकता, संगीत साधना और सांस्कृतिक प्रतिबद्धता आने वाले समय में एक प्रेरणा बन सकती है।